दुर्घटना के समय एयरबैग्स कैसे काम करते है | How airbags work during accident.

दोस्तों कुछ ऐसी चीजें हैं जिन जिनपर हमें ध्यान देना बेहद जरूरी है और यदि हम उन चीजों की बात करें तो सबसे ऊपर आती है रोड सेफ्टी यदि हम आकड़ों की बात करें तो हमारे पास अपने कुछ आकड़े हैं जिन पर हमें ध्यान देना बहुत जरूरी है | उनमें सबसे ऊपर आता है यह आकड़ा भारत में हर घंटे करीब करीब 53 यानि की फिफ्टी थ्री एक्सिडेंट्स होते हैं | और इन 53 एक्सिडेंट्स में से लगभग 17 लोग हर ऐक्सिडेंट में हर घंटे अपना दम तोड़ देते हैं |

दुर्घटना के समय एयरबैग्स कैसे काम करते है |

ये आकड़े  बेहद चौंकाने वाले है और यदि हम सालाना आकड़े की बात करें तो ये बहुत ज्यादा खौफनाक है क्योंकि यह लगभग लगभग एक लाख 47 हजार 913 यानि के डेढ़ लाख के आसपास पहुंच जाता है ये बहुत चौंकाने वाली चीजें हैं कि हमारे देश में हर घंटे करीब करीब 13 लोग अपनी जान दे देते हैं अब इतनी सारी चीजों के बीच क्या गवर्मेंट कुछ भी नहीं कर रही है इसके लिए क्या कोई और आगे प्रयास नहीं किए जा रहे यदि हम देखें तो अब गवर्मेंट के प्रयासों को हम देख सकते हैं | गवर्मेंट ने कहा है कि वो 1 जुलाई 2019 से जितनी भी कार आएगी उनमें सिंगल एयरबैग देगी जो ड्राइवर साइड का एयरबैग है वह मेंडेटरी कर दिया गया था 1 जुलाई 2019 को लेकिन जो नंबर ऑफ़ एक्सिडेंट्स है वो जब रिड्यूस नहीं हुए तो गवर्मेंट ने बोला कि नई और सेफ्टी प्रिकॉशन को फॉलो करते हुए 1 अप्रैल 2021 को डुअल एयरबैग को सभी गाड़ियों में कंपलसरी कर दिया गया है | 

एयरबैग्स क्या हैं, कैसे काम करते हैं, मैकेनिज्म क्या हैं।

यानि कि अब 1 अप्रैल 2021 के बाद में जो मैन्यूफैक्चर व्हीकल है और आने वाले समय में सारे व्हीकल्स में एयरबैग्स  इंस्टॉल करना कंपलसरी कर दिया गया है लेकिन प्रश्न यह उठता है कि क्या एयर बैग्स सेफ हैं | क्या एयरबैग रियली किसी आदमी की जान बचा सकते हैं और एयरबैग्स कैसे वर्क करते हैं तो आज के आर्टिकल में डिसकस करने वाले हैं कि एयरबैग्स क्या हैं, कैसे काम करते हैं, मैकेनिज्म क्या हैं बने रहिए हमारे साथ हम सबसे पहले बात करते हैं कि आखिर ये SRS एयरबैग होते क्या है आपने कार के डैशबोर्ड पर जरूर लिखा हुआ देखा होगा | इस एसआरएस का मतलब क्या है इस एसआरएस का मतलब होता है सप्लिमेंट्री रेटरेंस सिस्टम यहां सप्लिमेंटरी वर्ड को ही बताया गया है सप्लिमेंट्री का मतलब होता है सपोर्टिव सपोर्ट इसलिए कहा गया है | क्योकि इस चीज पर आप हंड्रेड परसेंट डिपेंड नहीं हो सकते | 


इसके लिए आपको दूसरे इक्विपमेंट जैसे कि सीट बेल्ट इन सभी को लगाया हुआ होना बहुत जरूरी है यदि आपने सीट बेल्ट नहीं लगाई हुई है तो आपके एयर बैग्स काम नहीं करेंगे इसीलिए इसको सप्लिमेंट्री कहा गया है और इसे के सप्लिमेंट्री साथ यूज किया जाना चाहिए | सप्लीमेंटरी का मतलब यह है कि ये किसी के साथ में एसीसियेट होके आपको सेफ्टी देते हैं | 

किस किस टाइप के एयरबैग्स है | 

  1. फ्रंटल एयरबैग्स
  2. साइड एयरबैग्स
  3. कनी एयरबैग्स
  4. कर्टेन एयरबैग्स
  5. रियर कर्टेन एयरबैग्स

Frontal आपने देखा होगा कार में एयरबैग लिखा होता है और यहां पर जब भी कोई कोलाज होता है जब भी कोई एक्सिडेंट होता है तो यह डंप से निकलकर आपके पूरे हाइट को प्रोटेक्ट करते हैं |

Side एयरबैग साइड एयरबैग आपके जो सीट है सीट के अंदर ये माउंटेड होते हैं जो हायर सेगमेंट होते कारों में ये माउंटेड होते हैं | 

Knee तीसरा होता कनी एयरबैग्स जो आपके पैरो को सेफ्टी देते हैं | 

Curtain नेक्स्ट एयरबैग जो होता है वो है कर्टेन एयरबैग्स जब भी कोई कोलेजन होता है तो यह इमीडेडली साइड से आपके साइड तरफ से और लैटर साइड से आपको सेफ्टी देते हैं |

Rear curtain रियर कर्टेन एयरबैग्स ये जो हाई सेगमेंट की कारें हैं वहां उसके पीछे से निकलकर पीछे की तरफ सेफ्टी देते हैं यदि कोई पीछे से एक्सीडेंट होता है कोई आपको पीछे से हिट करता है तब ये रियर कर्टन एयरबैग बहुत काम आते हैं |

और एक और चीज होती है सीट बेल्ट जब भी आप सीट बेल्ट बांधते है तो ऐसी सीट बेल्ट अवेलेबल हैं जो इंफलेड हो जाती है इमीडेडली ये कुछ टाइप है एयरबैग्स के जो हमें कारों में देखने को मिलते हैं अब सबसे बड़ी बात ये है कि इन सभी एयरबैग्स की जरूरत क्या है इन चीजों को समझने के लिए सबसे पहले हम लोग लॉ मोशन को बात करते है | 

इन सभी एयरबैग्स की जरूरत क्या है | 

आपने देखा कि जब ऐक्सिडेंट होता है तो पूरी तरीके से कार डैमेज हो जाता है जब भी ऐक्सिडेंट होता है समलने का मौका नहीं मिलता है सबसे पहले सर टकराता है फिर बॉडी हो सक्ता है की बॉडी कांच तोड़कर बाहर भी हो जाये अब प्रश्न ये है कि एयरबैग्स में ऐसा क्या होता है कि इतने कम समय में एयरबैग्स खुल जाते हैं और हमें सेफ्टी देते हैं | इस चीज को समझने के लिए हमें सबसे पहले समझना पड़ेगा कि एयरबैग काम कैसे करते है एयरबैग के मैकेनिज्म को समझने के लिए पहले हमें समझना पड़ेगा कि कार के सेंसर कैसे वर्क करते है | नॉर्मली किसी भी कार में चारों तरफ सेंसर्स वर्क करते रहते हैं | 

एयरबैग्स कैसे काम करता है | 

जब भी कोई ऐक्सिडेंट होता है तो सबसे पहले एयरबैग कंट्रोल मॉड्यूल ऐक्टिवेट होता है जैसे कार का एक्सीडेंट हुआ एयरबैग जो कंट्रोल मॉड्यूल है वो पूरा मैसेज देता है सीट बेल्ट को हमारी सीट बेल्ट जो है वो सावधान हो जाती है यानी कि खिच जाती या टाईट हो जाती है जिससे आप सेफ रहे और आपका सिर स्टेयरिंग पर टच ना हो | ठीक इसी तरह हमारे एयरबैग हमारे सर को बचाते हैं और हमारे सिर को इंजरी ना हो यह इस चीज का पूरा सबसे बड़ा ध्यान रखा जाता है | चलिए तो बात करते हैं एयरबैग्स के मैकेनिज्म के बारे में क्या होता है कि इतने माइक्रो सेकंड में एक एयरबैग इन फ्लैट होकर हमारी जान को बचा लेता है | कैसे प्रोसेस होता है इस चीज को समझने के लिए आगे हम बात करते सेंसर्स की एक कार में बहुत तरह के सेंसर्स होते हैं जो हमेशा इस कार को प्रोटेक्ट रखते हैं जैसे कि एक्सेलेरोमीटर, वीकल्स स्पीड सेंसर, डोर प्रेशर सेंसर, ब्रेक प्रेशर सेंसर, और सीट ओक्योमेशन सेंसर, ये सारे सेंसर मिलकर कार को प्रोटेक्ट रहते हैं | और इन्ही सेंसर की मद्त से कार के एयरबैग्स काम करते रहते है |

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