क्यों Elon Musk दुनिया के हर इंसान के दिमाग में चिप लगाने जा रहे है |

इनसान के दिमाग को कंप्यूटर से जोड़ने की बातें आपने अक्सर साइंस फिक्शन फिल्मों में देखी होंगी लेकिन यकीन मानिए ये बात सच होने में अब ज्यादा वक्त नहीं लगेगा एलोन मस्क और उनकी कंपनी न्यूरो लिंकन इन्सान के दिमाग के ब्रेन को चिप की मदद से कंट्रोल करने की कोशिशों में पूरी शिद्दत से जुटे हुए हैं | एलोन मस्क ने पहले सुअर और बंदर पर परीक्षण किया और उसमें कामयाब भी हुए अब एलोन मस्क की कंपनी ने इंसानों के दिमाग में चिप लगाने का ट्रायल इस कंपनी ने इस पूरे प्रोसेस के लिए क्लिनिकल ट्रायल डायरेक्टर की वैकेंसी निकाली है | इसके लिए खुद कंपनी के डायरेक्टर एलोन मस्क ने एक विडियो जारी कर क्लिनिकल ट्रायल की भर्ती की बात कही जो इस प्रोजेक्ट की देख रेख कर सके | तो जल्द ही हम इंसान के मस्तिष्क में चिप लगा हुआ देख सकेंगे अब आप सोचेंगे कि ये एक चिप आपके दिमाग को कैसे ऑपरेट कर सकती है यह सुनने में अजीब जरूर लगता है कि एलोन मस्क ने इसे मुमकिन बनाने में लगी हुई किसी साई फाई फिल्म का सीन नहीं बल्कि एलोन मस्क का फ्यूचर प्लान है |

क्यों Elon Musk दुनिया के हर इंसान के दिमाग में चिप लगाने जा रहे है

एलोन मस्क का फ्यूचर प्लान क्या है |                  

सबसे पहले तो आपको बता दें कि यह मार्ग बनाने वाले वही बिजनेस मैन हैं जिन्होंने इलेक्ट्रिक कार को हटकर बनाया जो लोगों को मार्स पर बसाने का मिशन बना चुके हैं यही युवा मस्क और उनकी कंपनी न्यूरल लिंक पिछले कई सालों से इंसान का दिमाग पड़नेवाले चिप पर काम कर रही है और सक्सेसफुल हो गई है न्यूरल लिंक की ये डिवाइस या फेस थ्रेड तकनीक पर आधारित इसे फ्यूचर में इंसान के मस्तिष्क में ट्रांसप्लांट करने की पूरी तैयारी की जा रही है | आप पुराने किसी इंटरफेस में ऐसे नाइंटीज राइड्स हैं जिनमें फ्री डाउन टू इलेक्ट्रोड्स जोड़े जा सकते हैं | ये थ्रेड पॉलिमर फाइबर से बने हों या हमारे बाल से भी तीन गुना ज्यादा बारीक होते हैं मतलब हर एक थ्रेड में इलेक्ट्रोड्स कनेक्ट किए जा सकते हैं यह न्यूरल लिंक ने इन्हीं थ्रेड और इलेक्ट्रोड से फोर बाई फोर मिलिमीटर का एक चिप बनाया है जिसे फ्यूचर में इंसान के दिमाग में स्टोर करके ट्रांसप्लांट किया जा सकेगा |

न्यूरल लिंक का सफल हो चूका है परीक्षण |

आप ओवरऑल इस कंपनी ने शिप को प्लेजर नाम के बंदर और सुअर के दिमाग में लगाकर सारे एक्सपेरिमेंट किया है एक सिक्के की साइज की चिप बंदर और सुअर दोनों के दिमाग में फिट की जा चुकी है और ये एक्सपेरिमेंट एकदम सक्सेसफुल हुआ था | जब पर सूपर चिप का एक्सपेरिमेंट किया गया तो बंदर विडियो गेम खेलने लगा था एलोन मस्क की रोलिंग कंपनी ने बंदर का विडियो गेम खेलते हुए शेयर भी किया था | एलोन मस्क ने एक इंटरव्यू में बताया कि न्यूरल लीग में एक बंदर के मस्तिष्क में वायरलेस इम्प्लांट किया जिसके बाद उसने अपने दिमाग से एक विडियो गेम खेलना आ गया | रिपोर्ट के मुताबिक बंदर को पहले एक जॉयस्टिक की मदद से और स्क्रीन गेम खेलने के लिए पढ़ाया गया और इस बंदर के दिमाग में छह हफ्ते पहले ही गेम खेलना सुरु कर दिया |

न्यूरल लिंक से अपने दिमाग को डिवाइस जोड़ पाएंगे इंसान | 

एलोन मस्क के मुताबिक जल्द ही इसका इंसानी परीक्षण भी शुरू किया जाएगा ऐसी चिप जो आने वाले दौर में स्कल सर्जरी के जरिए इंसान के दिमाग में फिट की जा सकती है | एलोन मस्क ने यह एलान किया है कि 2022 तक इंसान के दिमाग में कंप्यूटर चिप लगाने की योजना शुरू कर दी जाएगी | मस्क ने कहा अगर सबकुछ ठीक रहा तो न्यूरल लिंक के नाम से शुरू हुआ ये ब्रेन ब्लाइंड कंप्यूटर इंटरफेस स्टार्टअप का इंसानी टेस्ट करेगी |  ह्यूमन ट्रायल इस साल के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा | इंसान को कंप्यूटर से जोड़ सकेंगे कुल मिलाकर इंसानी दिमाग और कंप्यूटर के बीच की दूरियां कम हो जाएंगी | 

एलोन मस्क ने इस स्टार्टअप को 2016 में सैन फ्रांसिस्को एरिया में शुरू किया इसके जरिए अल्जाइमर्स डिमेंशिया रीढ़ की हड्डी की चोटों जैसे न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का इलाज करने में मदद करने के लिए मानव मस्तिष्क में कंप्यूटर इंटरफेस को प्रत्यारोपित करने का लक्ष्य किस वजह से माउस का लॉन्ग टर्म टारगेट मनुष्यों और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के बीच के संबंधों का पता लगाना और स्टैबलिश करना इन दोनों के बीच में एक संबंध की मशीन और इंसान के बीच में सवा दो साल में पुराना आप जो सोचेंगे वैसा आपका कंप्यूटर करेगा जिससे आपका ब्रेन कनेक्टेड होगा | अगर आप अपने दिमाग में न्यूरल चिप लगवाते हैं तो मस्क का दावा है इस चिप की मदद से पैरालिसिस का शिकार इंसान अपने दिमाग से उंगलियों से ज्यादा तेज स्पीड से स्मार्टफोन चला सकेगा और अपनी बात दूसरे लोगों तक पहुंचा सकेगा और इनसान अपनी याददाश्त का बैकअप ले सकेगा |  

आपका दिमाग इस चिप से कंट्रोल किया जा सकेगा |

इतना ही नहीं आपका दिमाग इस चिप से कंट्रोल किया जा सकेगा कई तरह की बीमारियां ठीक हो सकेंगी एलोन मस्क ने उम्मीद जताई कि इस चिप की मदद से वो लोग फिर से चल सकेंगे जो बीमारी की वजह से चल नहीं पाते न्यूरल लिंक से इंसान को काफी ज्यादा फायदा पहुंचाया जाए जो ऐसी बीमारियों से पीड़ित जिनसे उनका शरीर चलने में अक्षम हो गया है | अगर कंपनी ऐसा करने में कामयाब होती है तो इसका रास्ता भी बेहद दिलचस्प होगा आपको बता दें कि न्यूरल कंपनी का ये स्टार्टअप डायरेक्टर की भर्ती कर रहा है | क्लिनिकल ट्रायल वर्कर की खोज पर फिलहाल कंपनी की तरफ से कहा गया है कि कंपनी इसे क्लिनिकल ट्रायल ड्रग की खोज जो काफी एक्सपीरियंस के लिए डॉक्टरों और इंजीनियर्स की टीम के साथ मिलकर काम कर सकेंगे और दुनिया को उन लोगों के साथ भी काम करना होगा जिनके दिमाग में चिप लगाई जानी है | और हम ह्यूमन कंट्रोल करने के बेहद करीब पहुंच चुके हैं अभी भी कई सारी शंकाएं रहती हैं कि ऐसा कैसे संभव है | 

आखिर स्कल सर्जरी कोई मामूली सर्जरी तो होती नहीं है वैसे भी दिमाग की नसों से कनेक्ट होने वाले सारे चिप सक्सेज नहीं होंगे | जो ट्रांसप्लांट किये जायेगे कही कही चिप रिजेक्ट भी होंगे इसे कहा जाता है | रिजेक्शन इम्‍यून रिजेक्शन फैलेगी कभी कभी ये शरीर सेकेण्ड डोनर के अंगों को अक्सेप्ट नहीं करता है और उन्हें मारना शुरू कर देता है ऐसे में कृतिम अंगों को दिमाग में लगाने से बॉडी तो उसे रिजेक्ट नहीं कर देगी | और ऐसे बहुत सारे किस्से सामने आएंगे जिसमें किसी किसी को एक्सेप्ट करेगी और किसी किसी को एक्सेप्ट नहीं करेगी | ये बहुत बड़ा सवाल है | 

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